बायोग्राफी ओफ सुंदर पिचाई।

बायोग्राफी ओफ सुंदर पिचाई।

Sunder Pichai CEO of Google company.
Sundar Pichai - CEO of Google

आज हम आपको एक ऐसे भारतीय व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिस के बारे में जानके आपको गर्व महसूस होगा। जिनका नाम है सुंदर पिचाई, जिन्होंने तमिलनाडु की गलियों से इस दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के सीईओ बनने तक का सफर तय किया। इस ऊंचाई पर पहुंचना हर किसी के बस की बात तो नहीं है, लेकिन सच्चे दिल से कुछ कर गुजर जाने की इच्छा हो ना, तो इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है।

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सुंदर पिचाई को क्रिकेट(Cricket) भी बहुत पसंद था।

सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदर राजन पिचाई है। उनका जन्म 12 जुलाई, 1975 को तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनकेे पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और मां का नाम लक्ष्मी है। सुंदर के पिता रघुनाथ पिचाई एक इलेक्ट्रिक इंजिनियर थे, और उन्हीं से सुंदर पिचाई को भी टेक्नोलॉजी से जुड़ने की प्ररेणा मिली।

जब सुंदर पिचाई 12 साल के थे, तो उन के पिता घर में एक लेनलाईन फ़ोन लेकर आए। आज जो दुनिया के सबसे बड़े टेक कंपनी के टोप पोजीशन पर कार्यरत हैं उनके जीवन में यह सबसे पहली टेस्ट से जुड़ी हुई कोई चीज थी। सुंदर पिचाई में एक बहुत ही विशेष गुण था, वो आसानी से अपने टेलिफोन में डायल किए गए सभी नंबरों को याद कर लिया करते थे, और आज भी उन से उन नंबरों के बारे में पूछे जाने पर वो नंबर बता देते हैं। दरअसल वो सिर्फ फ़ोन नंबर ही नहीं, उन्हें हर प्रकार के नंबर आसानी से याद रह जाते थे। पढ़ाई में तो वो अच्छे थे हीं, साथ ही साथ वह क्रिकेट के भी दिवाने थे और अपनी क्रिकेट टीम की कप्तानी भी करते थे।

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सुंदर पिचाई आईआईटी(IIT) में रजत पदक से भी सम्मानित किए गए।

Photo of Sunder Pichai
सुंदर पिचाई ने जवाहर विद्यालय में अपनी 10वीं की पढ़ाई पूरी की थी। फिर चेन्नई के वाना वाडि स्कूल में अपनी 12वीं कक्षा और फिर आईआईटी खड़कपुर से अपनी इंजिनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। अपनी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने हर जगह टोप किया, और आईआईटी में उन्हें रजत पदक से भी सम्मानित किया गया। इंजिनियरिंग की डिग्री पा कर आगे की पढ़ाई के लिए, उन्होंने केलिफोर्निया के सर्टेनफोर्ड युनिवर्सिटी(Stanford University) में प्रवेश ले लिया और भौतिक विज्ञान में मास्टर इन सायन्स की डिग्री पूरी की। आखिर में वह एमबीए की पढ़ाई के लिए वेर्टन स्कूल युनिवर्सिटी ओफ पेनसिल्वेनिया(Wharton School, University of Pennsylvania) चलें गए।

गूगल(Google) से जुड़ने से पहले कहा जोब करते थे ?

गूगल(Google) से जुड़ ने से पहले सुंदर पिचाई मेकिन्सेय एन्ड कंपनी(McKinsey and Company) और एप्लाइड मटिरियल्स(Applied Materials) में भी अपना योगदान दिया था। सुंदर पिचाई साल 2004 पहली बार गूगल से जुड़े। शुरू शुरू में उन्होंने एक छोटी सी टीम के साथ गूगल सर्च टूलबार पर काम किया। गूगल में काम करते समय सुंदर पिचाई के मन में एक नया आइडिया आया, वो था खुद का इंटरनेट ब्राउज़र बनाने का। 

सुंदर पिचाई ने बनाया गूगल के लिए क्रोम ब्राउज़र।(Chrome Browser)

Google CEO
Photo of Google CEO
उस समय के गूगल के सीईओ से सुंदर पिचाई ने अपने खुद के इंटरनेट ब्राउज़र बनाने की बात कही, तो बहुत महंगा प्रोजेक्ट कह कर मना कर दिया। लेकिन सुंदर पिचाई ने हार नहीं मानी और गूगल के अन्य पार्टनर्स से बात करके उन्हें मना लिया।

साल 2008 में सुंदर पिचाई की मदद से गूगल ने खुद का वेब ब्राउज़र लोन्च किया। जिसका नाम क्रोम (Chrome) दिया गया। आज के समय में गूगल क्रोम दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला वेब ब्राउज़र है।

यही गूगल कंपनी में सुंदर पिचाई का टर्निंग पॉइंट था। उनकी लगन को देखते हुए, उन्हें हर प्रोडक्ट के टोप की पोजीशन प्राप्त हूई, और देखते ही देखते सुंदर पिचाई सीईओ की दौड़ में भी सामिल हो गए।

सुंदर पिचाई को माइक्रोसॉफ्ट(Microsoft) और ट्विटर(Twitter) भी ओफर आया।

CEO of Google
गूगल के सीईओ बनने से पहले उनके पास माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर का भी ओफर आया। लेकिन उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए, गूगल ने उन्हें बहुत सारे पैसे बोनस के रूप में देकर उन्हें रोक लिया, और आखिरकार 10 अगस्त, 2015 को सुंदर पिचाई को दुनिया के सबसे बड़ी कंपनी गूगल का सीईओ बना दिया गया। इतनी बड़ी सफलता के पीछे सुंदर पिचाई के सरल स्वभाव का भी बहुत बड़ा हाथ है। उनके सरल स्वभाव की वजह से उन्हें हर कोई बहुत मानता था।

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